अब नई आधार-आधारित प्रमाणीकरण प्रणाली से हर बुकिंग एक मान्य भारतीय पहचान संख्या से जुड़ जाएगी, जिससे एक व्यक्ति द्वारा एक निश्चित समय में कई बुकिंग करना संभव नहीं रहेगा. इस तरह, आधार आधारित बुकिंग प्रणाली न केवल टिकटिंग प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित बनाएगी, बल्कि यह भारतीय रेलवे की डिजिटल परिवर्तन यात्रा में एक ऐतिहासिक पड़ाव के रूप में https://npprteam.shop/en/facebook/facebook-accounts-for-advertising/ याद की जाएगी — जहाँ सुविधा, सुरक्षा और पारदर्शिता एक साथ पटरियों पर दौड़ती दिख रही हैं. साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि आधार प्रमाणीकरण प्रणाली से टिकट बुकिंग नेटवर्क में फर्जी आईडी, हैकिंग, और सॉफ़्टवेयर-आधारित बुकिंग जैसे दुरुपयोग लगभग समाप्त हो जाएंगे.
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- मंत्रालय का कहना है कि यह व्यवस्था “सही यात्रियों को टिकट बुकिंग का लाभ सुनिश्चित करने” और “ऑनलाइन टिकट बुकिंग में होने वाले तकनीकी दुरुपयोग” को रोकने के उद्देश्य से की गई है.
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- एक सवाल के जवाब में चंद्रशेखर ने लोकसभा को बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) नियम 2021 के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को यूजर्स की ऑनलाइन सुरक्षा बढ़ाने के लिए अपने यूजर्स के प्रति जवाबदेह बनाया गया है.
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- रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि यह नियम 8 नवंबर से पूरे देश में लागू होगा.
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एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में IRCTC के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्रतिदिन औसतन 13 लाख टिकटें बुक की जाती थीं, जिनमें से लगभग 15 से 20 प्रतिशत तत्काल टिकटें थीं. हां, अस्थायी मेल सत्यापन कोड और ओटीपी प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन कुछ सेवाएं अस्थायी ईमेल को ब्लॉक कर सकती हैं। जानें कि tmailor.com डिलीवरी विश्वसनीयता को कैसे बेहतर बनाती है. हम महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने और सही निर्णय लेने में इंस्टाग्राम अकाउंट की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न विश्लेषण और प्रदर्शन आँकड़े प्रदान करते हैं.
- एक यूज़र ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “अब दलालों के दिन पूरे हुए — सुबह टिकट बुक करने वाले आम यात्रियों के लिए यह राहत की खबर है.” वहीं, कुछ ने चिंता जताई कि अगर किसी यात्री के पास आधार लिंक न हो या इंटरनेट कनेक्शन कमजोर हो, तो उसे टिकट बुक करने में कठिनाई हो सकती है.
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- रेलवे मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस नए कदम से “डिजिटल बुकिंग इकोसिस्टम” अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनेगा.
- यह निर्णय सिर्फ तकनीकी सुधार नहीं, बल्कि सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं में नैतिक आचरण को बढ़ावा देने वाला उदाहरण भी है.
- रेलवे सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में तत्काल टिकटों की बुकिंग के दौरान बड़ी संख्या में फर्जी आईडी का उपयोग और ऑटोमेशन टूल्स के माध्यम से टिकट ब्लॉक करने जैसी घटनाएं सामने आई थीं.
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रेलवे मंत्रालय ने कहा कि यह कदम “ईमानदार यात्रियों के प्रति जिम्मेदारी निभाने” और “जनहित में पारदर्शी टिकटिंग व्यवस्था” स्थापित करने के उद्देश्य से लिया गया है. यह निर्णय सिर्फ तकनीकी सुधार नहीं, बल्कि सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं में नैतिक आचरण को बढ़ावा देने वाला उदाहरण भी है. रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि यह नियम 8 नवंबर से पूरे देश में लागू होगा.
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अब इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच होने वाली तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार-आधारित प्रमाणीकरण (Aadhaar-based authentication) अनिवार्य कर दिया गया है. यह कदम रेलवे द्वारा टिकट दलालों, फर्जी बुकिंग और बिचौलियों के दुरुपयोग को रोकने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण सुधार माना जा रहा है. हम इंस्टाग्राम विक्रेताओं और खरीदारों दोनों को जोड़ते हैं ताकि उन्हें किफायती कीमतों पर मिलने और सौदा करने में मदद मिल सके. IRCTC ने अपने पोर्टल पर एक सूचना जारी कर कहा है कि आधार प्रमाणीकरण के दौरान किसी तकनीकी त्रुटि या सर्वर देरी से बचने के लिए यात्री अपनी प्रोफ़ाइल पहले से अपडेट रखें. इसके साथ ही रेलवे ने यह भी बताया कि वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग यात्रियों और महिला कोटा जैसी प्राथमिक श्रेणियों में फिलहाल किसी अतिरिक्त दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होगी. बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
- नई दिल्ली.भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और टिकट बुकिंग प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है.
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- चरण 2) उस व्यक्ति का फ़ोन नंबर दर्ज करें जिसकी आप जांच करना चाहते हैं और “हैक” पर क्लिक करें और अनुमति दें xMobi डेटा को संसाधित करने के लिए.
- उनका कहना है कि आधार से जुड़ी संवेदनशील जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित किए बिना यह कदम जोखिमभरा साबित हो सकता है.
- हालांकि, कुछ नागरिक समूहों ने यह मांग की है कि इस नियम को लागू करते समय डेटा गोपनीयता (data privacy) और साइबर सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए.
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एक सवाल के जवाब में चंद्रशेखर ने लोकसभा को बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) नियम 2021 के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को यूजर्स की ऑनलाइन सुरक्षा बढ़ाने के लिए अपने यूजर्स के प्रति जवाबदेह बनाया गया है. मंत्री ने कहा कि उक्त नियमों के अनुसार महत्वपूर्ण सोशल मीडिया मध्यस्थ (SSMI) उन उपयोगकर्ताओं को सक्षम करेगा जो भारत से अपनी सेवाओं के लिए पंजीकरण करते हैं या भारत में अपनी सेवाओं का उपयोग करते हैं. सक्रिय भारतीय किसी भी उपयुक्त तंत्र का उपयोग करके अपने अकाउंट को स्वेच्छा से सत्यापित करने के लिए सक्षम होंगे. चरण 1) la BeenVerified वेबसाइट और कोई भी जानकारी, जैसे कि उनका नाम, फ़ोन नंबर, या ईमेल पता, जोड़ें.
फ़ोन नंबर से सोशल मीडिया अकाउंट कैसे खोजें
- एक यूज़र ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “अब दलालों के दिन पूरे हुए — सुबह टिकट बुक करने वाले आम यात्रियों के लिए यह राहत की खबर है.” वहीं, कुछ ने चिंता जताई कि अगर किसी यात्री के पास आधार लिंक न हो या इंटरनेट कनेक्शन कमजोर हो, तो उसे टिकट बुक करने में कठिनाई हो सकती है.
- बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
- यह कदम रेलवे द्वारा टिकट दलालों, फर्जी बुकिंग और बिचौलियों के दुरुपयोग को रोकने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण सुधार माना जा रहा है.
- नई दिल्ली.भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और टिकट बुकिंग प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है.
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रेलवे ने यह स्पष्ट किया है कि यह अनिवार्यता केवल ऑनलाइन माध्यम से सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच बुक की जाने वाली टिकटों पर लागू होगी. यात्रियों को अपने IRCTC खाते में आधार लिंक करने के लिए वेबसाइट या ऐप पर लॉगिन कर ‘Know Your Customer (KYC)’ प्रक्रिया पूरी करनी होगी. IRCTC ने कहा है कि यह प्रक्रिया केवल एक बार करनी होगी, और उसके बाद हर बार टिकट बुक करते समय स्वचालित रूप से पहचान सत्यापित हो जाएगी. मैंने देखा है कि Berify चेहरे की पहचान करने के लिए एक मालिकाना समाधान बनाने के लिए कस्टम एल्गोरिदम और खोज तकनीकों का उपयोग करता है। यह अपने इंजन को Google के साथ जोड़कर बेजोड़ छवि परिणाम प्रदान करता है, Yandex, और बिंग.
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मंत्रालय का कहना है कि यह व्यवस्था “सही यात्रियों को टिकट बुकिंग का लाभ सुनिश्चित करने” और “ऑनलाइन टिकट बुकिंग में होने वाले तकनीकी दुरुपयोग” को रोकने के उद्देश्य से की गई है. अब IRCTC के माध्यम से जो भी यात्री सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच तत्काल या सामान्य आरक्षण के लिए टिकट बुक करेंगे, उन्हें पहले अपने IRCTC खाते में आधार प्रमाणीकरण कराना अनिवार्य होगा. सर्वोत्तम विकल्प तक आसानी से पहुंचने के लिए कई कारकों पर विचार करते हुए SeBuDA मार्केटप्लेस आपको टिकटॉक अकाउंट खरीदने में मदद करने के लिए तैयार है. जिसमें प्रेस परिषद अधिनियम 1978 के तहत भारतीय प्रेस परिषद के पत्रकारिता आचरण के मानदंडों और केबल टेलीविजन की धारा 5 के तहत कार्यक्रम कोड का पालन शामिल है. साथ ही किसी भी कानून के तहत निषिद्ध कोई भी सामग्री प्रकाशित या प्रसारित नहीं की जाएगी. नई दिल्ली.भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और टिकट बुकिंग प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है.
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चरण 2) टूल को परिणाम देखने दें और खोज पूरी होने तक प्रतीक्षा करें। एक बार खोज पूरी हो जाने पर, आप बुनियादी जानकारी प्राप्त करें व्यक्ति के बारे में. कई यात्रियों ने इस कदम को “रेलवे की ओर से सही दिशा में उठाया गया कदम” बताया, तो कुछ ने इसके तकनीकी प्रभावों पर सवाल उठाए. एक यूज़र ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “अब दलालों के दिन पूरे हुए — सुबह टिकट बुक करने वाले आम यात्रियों के लिए यह राहत की खबर है.” वहीं, कुछ ने चिंता जताई कि अगर किसी यात्री के पास आधार लिंक न हो या इंटरनेट कनेक्शन कमजोर हो, तो उसे टिकट बुक करने में कठिनाई हो सकती है. पता लगाएँ कि ईमेल किसी tmailor.com इनबॉक्स में कितने समय तक संग्रहीत रहते हैं, संदेशों की समय-सीमा कब समाप्त होती है और पहुँच टोकन का उपयोग करके अपने अस्थायी ईमेल डेटा को सुरक्षित रूप से कैसे प्रबंधित करें.
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